माहिर ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे एंटरटेनमेंट में ज़रूरत है ज़्यादा रियल किरदारों की, इंसानी किरदारों की, जिनसे लोग जुड़ सकें। बहुत बार ऐसा होता है कि जब आप कोई शो करते हैं तो आपको अपनी बेसिक समझ और इंसानियत को नजरअंदाज करना पड़ता है, क्योंकि किरदार को कुछ ऐसा करना होता है जो असलियत से बहुत दूर होता है।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर आप निगेटिव किरदार भी निभा रहे हों, तो वो इतना समझदार तो होना चाहिए कि कुछ बातें समझ सके। लेकिन यहां 'सिनेमैटिक लिबर्टी' के नाम पर हम सब कुछ छोड़ देते हैं। आम समझ की कोई कीमत नहीं रह जाती।"
माहिर खुद को चैलेंज करने वाले रोल्स की तलाश में रहते हैं। वो बताते हैं, "मैं ऐसा रोल करना चाहता हूं जिसे लोग एक तरीके से सोचें, और फिर मैं उसे बिल्कुल अलग तरीके से निभाऊं। यही मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है।"
Also Read : वो कभी अपने शरीर के आकार को अपने काम या अपनी काबिलियत की पहचान नहीं बनने देती: प्रिशा धत्तवालिया - Manoranjan Metro
माहिर मानते हैं कि इंडस्ट्री में औरतों को लेकर हालात थोड़े बेहतर हुए हैं, लेकिन अभी भी बहुत सुधार की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, "औरतों को स्क्रीन पर दिखाने का तरीका थोड़ा बदला है, और अब कुछ महिला-केंद्रित फिल्में और शो बनने लगे हैं, जो अच्छा है। लेकिन फिर भी ज़्यादातर बार औरतों को सिर्फ ग्लैमर और गानों में शोपीस की तरह दिखाया जाता है। बहुत कम बार ऐसा होता है जब कोई फीमेल एक्टर कहानी को लीड करती है।" महिर को नेटफ्लिक्स का शो 'She' बहुत पसंद आया, जिसमें एक मज़बूत महिला किरदार पूरी कहानी को अपने कंधों पर संभालती है। "वो बहुत पावरफुल और इंस्पायरिंग लगा," ।