टेक्सास (यूएसए) के जीवंत और विविधता से भरपूर शहर ह्यूस्टन में संचालित ब्लैक इंडिपेंडेंट फिल्ममेकर्स एसोसिएशन (BIFA) द्वारा आयोजित ह्यूस्टन ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल के लिए प्रसिद्ध सांस्कृतिक योगदानकर्ता और वैश्विक उपलब्धियों के धनी फिल्मकार अमोल भगत को जूरी सदस्य नियुक्त किया गया है। यह फिल्मकार अमोल भगत की कला और संस्कृति के क्षेत्र में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मान्यताओं में एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि है। मराठी फिल्म उद्योग में अमोल भगत के शानदार योगदान ने, विशेष रूप से 'पुणे टू गोवा' जैसी फिल्म में उनके निर्देशन के माध्यम से उन्हें व्यापक पहचान दिलाई है।
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कहानी कहने और सिनेमाई दृष्टि में उनकी कुशलता ने लगातार दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से आकर्षित किया है, जिससे फिल्म निर्माण व निर्देशन के क्षेत्र में विशिष्ट छवि के साथ उनकी स्थिति मजबूत हुई है। पुणे में जन्मे और बारामती के ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े फिल्मकार अमोल भगत को अब तक लगभग 61 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों के निर्णायक मंडल में बतौर जूरी सदस्य शामिल किया जा चुका है।
टेक्सास (यूएसए) के ह्यूस्टन शहर में 2 से 5 अक्टूबर तक चलने वाले चार दिवसीय ह्यूस्टन ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल में जूरी सदस्य के रूप में, फिल्मकार अमोल भगत सांस्कृतिक संवाद, स्वतंत्र कला, और वैश्विक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं पर पैनल चर्चाओं के दौरान अपने विचार प्रस्तुत करेंगे साथ ही साथ फिल्म निर्माण से जुड़े शख्सियतों को, उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भी करेंगे। विदित हो कि ब्लैक इंडिपेंडेंट फिल्ममेकर्स एसोसिएशन, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्र सिनेमा की आवाज़ों के लिए एक प्रमुख मंच बन चुका है। यह फेस्टिवल न केवल ब्लैक और अल्पसंख्यक फिल्म निर्माताओं का समर्थन करता है, बल्कि वैश्विक विविधता को भी बढ़ावा देता है, जिसमें हर पृष्ठभूमि, राष्ट्रीयता और संस्कृति के रचनाकारों के लिए कई तरह की श्रेणियाँ शामिल हैं।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय