हरपाल सिंह सोखी: मैं अपनी स्टाइल खुद तय करता हूं, यही मेरी पहचान है - Manoranjan Metro

हरपाल सिंह सोखी: मैं अपनी स्टाइल खुद तय करता हूं, यही मेरी पहचान है - Manoranjan Metro

अगर आपने लाफ्टर शेफ्स देखा है, तो आपने जज हरपाल सिंह सोखी को न सिर्फ उनकी एनर्जेटिक परफॉर्मेंस के लिए बल्कि उनके रंग-बिरंगे शेफ कोट्स और टर्बन के लिए भी नोटिस जरूर किया होगा, जो उनके ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व को एक अनोखा अंदाज देते हैं।

शेफ हरपाल ने पारंपरिक सफेद शेफ कोट से हटकर अपनी एक खास पहचान बनाई है। वह कहते हैं, “सफेद शेफ कोट किसी भी शेफ के लिए गर्व का प्रतीक होता है, और मेरे पास ऐसे करीब 10 कोट्स हैं। लेकिन इनके अलावा मेरे पास लगभग 60 रंग-बिरंगे शेफ कोट्स हैं, जो मेरी पर्सनैलिटी को दर्शाते हैं। ये एक अलग वाइब और एनर्जी देते हैं। मुझे लगता है कि किचन में भी थोड़ा फैशन और पर्सनैलिटी लाना चाहिए।”

वो आगे कहते हैं, “रंग-बिरंगे शेफ कोट पहनना मैं अपने लिए करता हूं, क्योंकि मैं अंदर से एक रंगीन इंसान हूं। लेकिन मैंने देखा है कि अब देशभर के लोग भी रंग-बिरंगे कोट्स के साथ एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं और यह बहुत अच्छा लगता है। मुझे अक्सर लोगों से तारीफें मिलती हैं, और मेरे लिए यही काफी है। जैसे खाना रंग-बिरंगे और फ्लेवरफुल इंग्रीडिएंट्स से बनता है, वैसे ही किचन में जो पहनते हैं, वो भी खुशियां और ऊर्जा ला सकता है।”

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उनका रंगों के प्रति यह लगाव उनके टर्बन तक भी जाता है। वह बताते हैं, “मुझे टर्बन को भी वाइब्रेंट रखना पसंद है और मैं उसे अक्सर अपनी ड्रेसिंग से मैच करता हूं — चाहे वो शर्ट्स हों, जींस या ट्राउज़र्स। सबकुछ एक साथ मेल खाना चाहिए। मेरे पास 50 से 60 टर्बन हैं और मैं अपनी कलेक्शन में लगातार नए जोड़ता रहता हूं। चूंकि टर्बन बांधने में समय लगता है, इसलिए मैं एक अच्छा रोटेशन बनाए रखता हूं। मैं कोशिश करता हूं कि टर्बन को एक मॉडर्न लेकिन कल्चर से जुड़ा रूप दूं।”

उनके सिग्नेचर स्टाइल में से एक है टू-टोन टर्बन। वह बताते हैं, “जब मैंने पहली बार दो रंगों को मिलाकर टर्बन बांधा, तो वह लुक मुझे तुरंत अच्छा लगा। इसने मेरे मूड को भी उठाया। धीरे-धीरे यह मेरी डेली स्टाइल का हिस्सा बन गया। रंगीन टर्बन पहनने से मुझे आत्मविश्वास मिलता है और मैं खुद को जैसे हूं, वैसे महसूस करता हूं। मुझे रंगों से प्यार है, इसलिए टर्बन के साथ खेलना स्वाभाविक था। अब यह मेरी सेल्फ एक्सप्रेशन का जरिया और मेरी पहचान बन गया है।”

जहां तक फैशन की प्रेरणा की बात है, हरपाल ट्रेंड्स की बजाय अपने दिल की सुनते हैं। वह कहते हैं, “मैं वही करता हूं जो मुझे अच्छा लगता है और जो मेरे दिल से निकलता है। मैंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है और मैं उसे ही बनाए रखना चाहता हूं। एक सिख और शेफ के रूप में मेरी पर्सनैलिटी और मेरी स्टाइल मेरी पहचान को दर्शाती है।”


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